Class 9 Hindi - Sparsh - Chapter Nae Ilaake Mein – Khusbu Rachate Hain haath NCERT Solutions | (क) यहाँ स्मृति

Welcome to the NCERT Solutions for Class 9th Hindi - Sparsh - Chapter Nae Ilaake Mein – Khusbu Rachate Hain haath. This page offers a step-by-step solution to the specific question from Exercise 1, Question 2: ka yahaan smrti ka bharosa nahin ek hee din me....
Question 2

(क) यहाँ स्मृति का भरोसा नहीं एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है दुनिया

(ख) समय बहुत कम है तुम्हारे पास आ चला पानी ढहा आ रहा अकास शायद पुकार ले कोई पहचाना ऊपर से देखकर

Answer

(1) कवि का कहना था कि आज की इस तेज़ी से बदलती दुनिया में अब स्मति का कोई भरोसा नही रहा था आप कोई पहचान लेकर कोई मकान ढूढना चाहो तो बहुत मुश्किल होता था I

(2) कवि के अनुसार आजे के जमाने में कोई किसी को नही पहचानता किसी के पास किसी के लिए समय नही थी सब एक दूसरे से आग निकलना चाहते थे ऐसे में कवि अभी भी सोचता था I

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