भाव स्पष्ट कीजिए-
(क) कोटिक ए कलधौत के धाम करील के कुंजन ऊपर वारौं।
(ख) माइ री वा मुख की मुसकानि सम्हारी न जैहै, न जैहै, न जैहै।
(क) भाव यह है कि रसखान जी ब्रज की काटेदार झाड़ियो व कुजन पर सोने के महलो का सुख न्योछावर कर देना चाहते थे I
(ख) भाव यह है कि कृष्ण की मुस्कान इतनी मोहक थी कि गोपी से वह झ्रेली नही जाती थी कृष्ण की मुस्कान पर गोपी इस तरह मोहित हो जाती थी I
आपके विचार से कवि पशु, पक्षी और पहाड़ के रूप में भी कृष्ण का सान्निध्य क्यों प्राप्त करना चाहता है?
एक लकुटी और कामरिया पर कवि सब कुछ न्योछावर करने को क्यों तैयार है?
कवि का ब्रज के वन, बाग और तालाब को निहारने के पीछे क्या कारण हैं?
सखी ने गोपी से कृष्ण का कैसा रूप धारण करने का आग्रह किया था? अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
चौथे सवैये के अनुसार गोपियाँ अपने आप को क्यों विवश पाती हैं?
काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए या मुरली मुरलीधर की अधरा न धरी अधरा न धरौंगी।।
‘कालिंदी कुल कदंब की डारन’ में कौन-सा अलंकार है?
ब्रजभूमि के प्रति कवि का प्रेम किन-किन रूपों में अभिव्यक्त हुआ है?
कांजीहौस में कैद पशुओं की हाज़िरी क्यों ली जाती होगी?
थोड्ला के पहले के आखिरी गाँव पहुँचने पर भिखमंगे के वेश में होने के बावजूद लेखक को ठहरने के लिए उचित स्थान मिला जबकि दूसरी यात्रा के समय भद्र वेश भी उन्हें उचित स्थान नहीं दिला सका। क्यों?
लेखक के अनुसार जीवन में ‘सुख’ से क्या अभिप्राय है?
किस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया और उन्हें पक्षी प्रेमी बना दिया?
बालिका मैना ने सेनापति ‘हे’ को कौन-कौन से तर्क देकर महल की रक्षा के लिए प्रेरित किया?
कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से आपके मन मस्तिष्क में जो चित्र उभारता है उसे लिखकर व्यक्त कीजिए।
हरिशंकर परसाई ने प्रेमचंद का जो शब्दचित्रं हमारे सामने प्रस्तुत किया है उससे प्रेमचंद के चित्रं सी विशेषताएँ उभरकर आती हैं?
मैं उत्पन्न हुई तो मेरी बड़ी खातिर हुई और मुझे वह सब नहीं सहना पड़ा जो अन्य लड़कियों को सहना पड़ता है। इस कथन के आलोक में आप यह पता लगाएँ कि-
(क) उस समय लड़कियों की दशा कैसी थी?
(ख) लड़कियों के जन्म के संबंध में आज कैसी परिस्थितियाँ हैं?
गुरुदेव ने शांतिनिकेतन को छोड़ कहीं और रहने का मन क्यों बनाया?
मानसरोवर’ से कवि का क्या आशय है?
भाव स्पष्ट कीजिए-
सभी दिशाओं में यमराज के आलीशान महल हैं। और वे सभी में एक साथ अपनी दहकती आँखों सहित विराजते हैं।
मनुष्य ईश्वर को कहाँ-कहाँ ढूँढ़ता फिरता है?
बंद द्वार की साँकल खोलने के लिए ललयद ने क्या उपाय सुझाया है?
कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से आपके मन मस्तिष्क में जो चित्र उभारता है उसे लिखकर व्यक्त कीजिए।
कबीर ने ईश्वर को ‘सब स्वाँसों की स्वाँस में क्यों कहा है?
पशु-पक्षियों से प्रेम इस पाठ की मूल संवेदना है। अपने अनुभव के आधार पर ऐसे किसी प्रसंग से जुड़ी रोचक घटना को कलात्मक शैली में लिखिए।
प्रेमचंद के फटे जूते को आधार बनाकर परसाई जी ने यह व्यंग्य लिखा है। आप भी किसी व्यक्ति की पोशाक को आधार बनाकर एक व्यंग्य लिखिए।
मेध रूपी मेहमान के आने से वातावरण में क्या परिवर्तन हुए?
गाँव को ‘मरकत डिब्बे-सा खुला’ क्यों कहा गया है?
इस कविता में जिस गाँव का चित्रण हुआ है वह भारत के किस भू-भाग पर स्थित है?