Class 12 Hindi - Aroh - Chapter Shireesh Ke Phool NCERT Solutions | कवि ( साहित्यका

Welcome to the NCERT Solutions for Class 12th Hindi - Aroh - Chapter Shireesh Ke Phool. This page offers a step-by-step solution to the specific question from Excercise ".$ex_no." , Question 5: कवि ( साहित्यकार) के लिए अनासक्त योगी क....
Question 5

कवि ( साहित्यकार) के लिए अनासक्त योगी की स्थित प्रज्ञता और विदग्ध प्रेम का हृदय एक साथ आवश्यक है। ऐसा विचार प्रस्तुत कर लेखक ने साहित्य कर्म के लिए बहुत ऊँचा मानदंड निर्धारित किया है। विस्तारपूर्वक समझाइए।

Answer

लेखक ने सहित्य कर्म के लिए बहुत ही ऊचा मानदड निधारित करते है क्योकि लेखक के अनुसार वही महान कवि बन सकता था जो अनासक्त योगी की तरह स्थिर तथा विदग्ध प्रेमी की तरह सहदय होता था I छद तो कोई भी लिख सकता था परन्तु उसका यह अर्थ नहीं कि वह महकवि नहीं थे I

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