बूढ़े तिरलोक को पहाड़ पर चढ़ना जैसे नौकरी के बारे में सुनकर अजीब क्यों लगा?
पर्वतीय श्रेत्रों में पहाड़ पर चढना आम बात थी यह उनके देनिक जीवन का भाग था उसके लिए उन्हें किसी तरह की नोकरी आज तक मिलते नही है जब बूढ़े तिरकोल को रूप सिंह ने बताया कि वह शहर में पहाड़ पर चढना सिखाता था तो वह हेरान रह गया था उसे बात की हेरानी है कि रूप सिंह जिस नोकरी की इतनी तारीफ कर रहा था वह बस पहाड़ पर चढना सिखाना था I
पत्थर की जाति से लेखक का क्या आशय है? उसके विभिन्न प्रकारों के बारे में लिखिए?
रूप सिंह पहाड़ पर चढ़ने के बावजूद भूप सिंह के सामने बौना क्यों पड़ गया था?
यूं तो लोग घर छोड़ कर कहीं न कहीं जाते है, प्रदेश जाते है किंतु घर लौटते समय रूप सिंह को एक अजीब किस्म की लाज, अपनत्व और झिझक क्यों घेरने लगी?
शैला और भूप ने मिलकर किस तरह पहाड़ पर अपनी मेहनत से नई जिंदगी की कहानी लिखी?
पहाड़ों की चढ़ाई में भूप दादा का कोई जवाब नहीं। उनके चरित्र की विशेषता बताएं।
यह कहानी पढ़कर आपके मन में पहाड़ों की स्त्रियों की स्थिति की क्या छवि आपके मन में बनती है? उस पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
सैलानी ( शेखर और रूप सिंह) घोड़े पर चलते हुए उस लड़के महिप के रोजगार के बारे में सोच रहे थे जिसने उन्हें घोड़े पर बैठा रखा था और खुद पैदल चल रहा था। क्या आप भी बाल मजदूरों के बारे में सोचते है?
महीप अपने बारे में बात पूछे जाने पर उसे टाल क्यों देता है?
चूल्हा ठंडा किया होता तो,दुश्मनों का कलेजा कैसे ठंडा होता ?नायकराम के इस कथन में निहित भाव को स्पष्ट कीजिए ।
कोईयां किसे कहते हैं? इसकी विशेषताएं बताइए।
मालवा में जब सब जगह बरसात की झड़ी लगी रहती है तब मालवा के जनजीवन पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है .?
भौरों ने सूरदास की झोपड़ी क्यों जलाई ?
बच्चे का मां का दूध पीना सिर्फ दूध पीना नहीं, मां के सारे संबंधो का जीवन – चरित होता है ' टिप्पणी कीजिए।
अब मालवा में वैसा पानी नहीं गिरता जैसा गिरा करता था।उसके क्या कारण है ?
यह फूस की राख न थी उसकी अभिलाषाओं की राख थी।संदर्भ सहहत विवेचना कीजिए।
बिस्नाथ पर क्या अत्याचार हो गया था?
हमारे आज के इंजीनियर ऐसा क्यों समझते हैं कि वह पानी का प्रबंध जानते हैं और पहले जमाने के लोग कुछ नहीं जानते थे?
जगधर के मन में ककस तरह का ईष्याभ-भाव जगा और क्यों?
मालवा में जब सब जगह बरसात की झड़ी लगी रहती है तब मालवा के जनजीवन पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है .?
बिस्नाथ पर क्या अत्याचार हो गया था?
अब मालवा में वैसा पानी नहीं गिरता जैसा गिरा करता था।उसके क्या कारण है ?
ऐसी कौन सी स्मृति हैं जो लेखक को मृत्यु का बौध अजीब तौर से जुड़ा मिलता हैं।?
हमारे आज के इंजीनियर ऐसा क्यों समझते हैं कि वह पानी का प्रबंध जानते हैं और पहले जमाने के लोग कुछ नहीं जानते थे?
‘हमारी आजकी सभ्यता इन नदियों को अपने गंदे पानी के नाले बना रही है।’ क्यों और कैसे?
फूल केवल गंध ही नहीं देते बल्कि दवा भी करते हैं,कैसे?
लेखक को क्यों लगता है कि ‘हम जिसे विकास की उद्योग इक सभ्यता कहते हैं वह उजाड़ की अपसभ्यता है?’ आप क्या मानते हैं?
कोईयां किसे कहते हैं? इसकी विशेषताएं बताइए।
यह फूस की राख न थी उसकी अभिलाषाओं की राख थी।संदर्भ सहहत विवेचना कीजिए।