संध्या के दृश्य में किस-किसने अपने स्वर भर दिए?
लाला हमेशा यही सोचता रहता था कि उसे ही इतने दुःख क्यों मिलते थे वह खुशी और आराम के साथ अपनी जिंदगी क्यों नही व्यतीत कर पाता था उसके पास अपने परिवार वालो को देने के लिए एक अच्छा घर भी नही था ऐसा क्यों था वह शहरो के बनियों कि तरफ सफल क्यों नही था वह सोचता था कि आखिर किउसने उसकी सफलता को रोक रखा था I
संध्या के समय प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं, कविता के आधार पर लिखिए।
पंत जी ने नदी के तट का जो वर्णन किया है, उसे अपने शब्दों में लिखिए।
बस्ती के छोटे से गाँव के अवसाद को किन-किन उपकरणों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है?
शाम होते ही कौन-कौन घर की ओर लौट पड़ते हैं?
लाला के मन में उठनेवाली दुविधा को अपने शब्दों में लिखिए।
'कर्म और गुण के समान ............. हो वितरण' पंक्ति के माध्यम से कवि कैसे समाज की ओर संकेत कर रहा है?
सामाजिक समानता की छवि की कल्पना किस तरह अभिव्यक्त हुई है?
पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि 'इस अभागे आलसी देश में जो कुछ हो जाए वहीं बहुत कुछ है क्यों कहा गया है?
“अरे इन दोहून रह न पायी” साईं कवि का क्या आशय है?
‘खेलने में को कोको गुसैयाँ’ पद में कृष्ण और सुदामा के बीच किस बात पर तकरार हुई?
'हँसी की चोट' सवैये में कवि ने किन पंच तत्त्वों का वर्णन किया है तथा वियोग में वे किस प्रकार विदा होते हैं?
पहले पद में कवि ने किस ऋतु का वर्णन किया है?
'जाग तुझको दूर जाना' कविता में कवियत्री मानव को किन विपरीत स्थितियों में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित कर रही है?
कविता के आधार पर बताइए कि कवि की दृष्टि में बाहर का अँधेरा भीतर दुखःस्वप्नों से अधिक भयावह क्यों है?
इस कविता में बादलों के सौंदर्य चित्रण के अतिरिक्त और किन दृश्यों का चित्रण किया गया है?
मगध के माध्यम से 'हस्तक्षेप' कविता किस व्यवस्था की ओर इशारा कर रही है?
घर एक परिवार, परिवार में पाँच सदस्य हैं, किंतु कवि पाँच सदस्य नहीं उन्हें पाँच जोड़ी आँखें मानता है। क्यों?
“बालाम आओ हमारे गेह रे “मे कवि किसका आह्वान करता हैं और क्यों?
कृष्ण ने नंद बाबा की दुहाई देकर दाँव क्यों दिया?
असगर ठेकेदार के साथ जसदेव को आता देखकर सूबे सिंह क्यों बिफर पड़ा और जसदेव को मारने का क्या कारण था?
फुले दंपति ने, स्त्री समस्या के लिए जो कदम उठाया था, क्या उसी का अगला चरण, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', कार्यक्रम है?
ईटों को जोड़कर बनाए चूल्हे में जलती लकड़ियों की चीट – पिट जैसे मन में पसरी दुश्चिन्तओ और तकलीफों की प्रतिध्वनियाँ थी जहाँ सब कुछ अनिश्चित था। ‘ -यह वाक्य मानव की किस मनोस्थिति को उजागर करता है ?
लेखक जनता के मत-मतांतर छोड़कर आपसी प्रेम बढ़ाने का आग्रह क्यों करता है?
मानो को क्यों लग रहा था कि किसी ने उसकी पक्की ईंटों के मकान को ही धराशाई कर दिया है?
ज्योतिबा फुले का दांपत्य जीवन किस प्रकार आधुनिक दांपत्य को प्रेरणा देता है?
'दोपहर का भोजन' शीर्षक किन दृष्टियों से पूर्णतया सार्थक है?
सामान्य-असामान्य तथा साधारण-असाधारण के अंतर को व्यक्ति और लेखक के माध्यम से स्पष्ट कीजिए।