'जाग तुझको दूर जाना' स्वाधीनता आंदोतलन की प्रेरणा से रचित एक जागरण गीत है। इस कथन के आधार पर कविता की मूल संवेदना को लिखिए।
महादेवी वर्मा ने इस कविता में स्वतत्रता के रास्ते में आने वाली कठिनाइयो का वर्णन किया था और भारतीयों के भीतर इन कठिनाइयों से निपटने के लिए गुणों का विस्तार करने की मांग की थी वह मनुष्य को दंड संकल्पित हो जाता था वह अपने आलस्य को दूर करने के लिए प्रेरित होता था कवयित्री इसमें कड़ी मेहनत की गुणवता को विकसित करती थी वह उसे विषम परिस्थति में निडर होकर बढने के लिए कहती थी इस तरह वह उसमे निडरता का गुण समाहित करती थी साथ ही वह उसे अपने लगाव को छोड़ने के लिए कहती थी I
'जाग तुझको दूर जाना' कविता में कवियत्री मानव को किन विपरीत स्थितियों में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित कर रही है?
कवयित्री ने स्वाधीनता के मार्ग में आनेवाली कठिनाइयों को इंगित कर मनुष्य के भीतर किन गुणों का विस्तार करना चाहा है? कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
कविता में 'अमरता-सुत' का संबोधन किसके लिए और क्यों आया है?
'मोम के बंधन' और 'तितलियों के पर' का प्रयोग कवयित्री ने किस संदर्भ में किया है और क्यों?
सपनों को सत्य रूप में ढालने के लिए कवयित्री ने किस यथार्थपूर्ण स्थितियों का सामना करने को कहा है?
(क) विश्व का क्रंदन ................... अपने लिए कारा बनाना!
(ख) कह न ठंडी साँस ..................... सजेगा आज पानी।
(ग) है तुझे अंगार-शय्या .................... कलियाँ बिछाना!
कवयित्री किस मोहपूर्ण बंधन से मुक्त होकर मानव को जागृति का संदेश दे रही है?
महादेवी वर्मा ने 'आँसू' के लिए 'उजले' विशेषण का प्रयोग किस संदर्भ में किया है और क्यों?
पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि 'इस अभागे आलसी देश में जो कुछ हो जाए वहीं बहुत कुछ है क्यों कहा गया है?
“अरे इन दोहून रह न पायी” साईं कवि का क्या आशय है?
‘खेलने में को कोको गुसैयाँ’ पद में कृष्ण और सुदामा के बीच किस बात पर तकरार हुई?
'हँसी की चोट' सवैये में कवि ने किन पंच तत्त्वों का वर्णन किया है तथा वियोग में वे किस प्रकार विदा होते हैं?
पहले पद में कवि ने किस ऋतु का वर्णन किया है?
संध्या के समय प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं, कविता के आधार पर लिखिए।
कविता के आधार पर बताइए कि कवि की दृष्टि में बाहर का अँधेरा भीतर दुखःस्वप्नों से अधिक भयावह क्यों है?
इस कविता में बादलों के सौंदर्य चित्रण के अतिरिक्त और किन दृश्यों का चित्रण किया गया है?
मगध के माध्यम से 'हस्तक्षेप' कविता किस व्यवस्था की ओर इशारा कर रही है?
घर एक परिवार, परिवार में पाँच सदस्य हैं, किंतु कवि पाँच सदस्य नहीं उन्हें पाँच जोड़ी आँखें मानता है। क्यों?
पूरी क्रांति में जानकी न तो शासन – तंत्र के समर्थन में हैं और न विरोध में, किन्तु लेखक ने उसे कहानी का केंद्र नहीं रखा बल्कि कहानी का शीर्षक बना दिया?
(क) आती नहीं उषा, बस केवल
(ख) करवट नहीं बदलता है तम,
विद्रोही की मां से सम्बन्ध राख के कौन अपनी गर्दन मुसीबत में डालेगा।इस कथन के आधार पर इस समय की शासन – व्यवस्था और समाज – व्यवस्था पर प्रकाश डालिए।
क्या लाल का व्यवहार सरकार के विरूद्ध षड्यंत्रकारी था?
'गूँगा दया या सहानुभूति नहीं, अधिकार चाहता था'- सिद्ध कीजिए।
(क) निशा काल से चिर-अभिशापित/बेबस उस चकवा-चकई का
(ख) अलग नाभि से उठने वाले/निज के ही उन्मादक परिमल-
अंदर का भय कवि के नयनों को सुनहली भोर का अनुभव क्यों नहीं होने दे रहा है?
‘खानाबदोश’ कहानी में आज के समाज की किन-किन समस्याओं को रेखांकित किया गया है? इन समस्याओं के प्रति कहानीकार के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
व्यवस्था को 'निरंकुश' प्रवृत्ति से बचाए रखने के लिए उसमें 'हस्तक्षेप' ज़रूरी है – कविता को दृष्टि में रखते हुए अपना मत दीजिए।
मगध निवासी किसी भी प्रकार से शासन व्यवस्था में हस्तक्षेप करने से क्यों कतराते हैं?