मानो को क्यों लग रहा था कि किसी ने उसकी पक्की ईंटों के मकान को ही धराशाई कर दिया है?
मानो जब से भट्टे पर काम करने आई है तब से उसका सपना है कि वह पक्की ईटो का घर बनाए थे इसके लिए वह सुकिया से कहती थी कि हम दिन रात मेहनत करते थे लेकिन सूबे सिंह उनके ऊपर बहुत जुल्म करने लगा है जो बर्दाश्त होने लायक नही है
‘खानाबदोश’ कहानी में आज के समाज की किन-किन समस्याओं को रेखांकित किया गया है? इन समस्याओं के प्रति कहानीकार के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
‘ स्किल इंडिया’ जैसा कार्यक्रम होता तो क्या तब भी सुखिया और मानो को खानाबदोश जीवन व्यतीत करना पड़ता?
जसदेव ने मानो के हाथ का खाना क्यों नहीं खाया?
‘चल! यह लोग म्हारा घर ना बनन्ने देंगे।‘
सुकिया के इस कथन के आधार पर कहानी की मूल संवेदना स्पष्ट कीजिए।
सुखिया ने जिन समस्याओं के कारण गाँव छोड़ा वही समस्या शहर में भट्टे पर उसे झेलनी पड़ी - मूलतः वह समस्या क्या थी?
असगर ठेकेदार के साथ जसदेव को आता देखकर सूबे सिंह क्यों बिफर पड़ा और जसदेव को मारने का क्या कारण था?
जसदेव की पिटाई के बाद मज़दूरों का समूचा दिन कैसा बीता?
मानो अभी तक भट्टे की ज़िन्दगी से तालमेल क्यों नहीं बैठा पाई थी?
ईटों को जोड़कर बनाए चूल्हे में जलती लकड़ियों की चीट – पिट जैसे मन में पसरी दुश्चिन्तओ और तकलीफों की प्रतिध्वनियाँ थी जहाँ सब कुछ अनिश्चित था। ‘ -यह वाक्य मानव की किस मनोस्थिति को उजागर करता है ?
पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि 'इस अभागे आलसी देश में जो कुछ हो जाए वहीं बहुत कुछ है क्यों कहा गया है?
“अरे इन दोहून रह न पायी” साईं कवि का क्या आशय है?
‘खेलने में को कोको गुसैयाँ’ पद में कृष्ण और सुदामा के बीच किस बात पर तकरार हुई?
'हँसी की चोट' सवैये में कवि ने किन पंच तत्त्वों का वर्णन किया है तथा वियोग में वे किस प्रकार विदा होते हैं?
पहले पद में कवि ने किस ऋतु का वर्णन किया है?
संध्या के समय प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं, कविता के आधार पर लिखिए।
'जाग तुझको दूर जाना' कविता में कवियत्री मानव को किन विपरीत स्थितियों में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित कर रही है?
कविता के आधार पर बताइए कि कवि की दृष्टि में बाहर का अँधेरा भीतर दुखःस्वप्नों से अधिक भयावह क्यों है?
इस कविता में बादलों के सौंदर्य चित्रण के अतिरिक्त और किन दृश्यों का चित्रण किया गया है?
मगध के माध्यम से 'हस्तक्षेप' कविता किस व्यवस्था की ओर इशारा कर रही है?
विद्रोही की मां से सम्बन्ध राख के कौन अपनी गर्दन मुसीबत में डालेगा।इस कथन के आधार पर इस समय की शासन – व्यवस्था और समाज – व्यवस्था पर प्रकाश डालिए।
संध्या के समय प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं, कविता के आधार पर लिखिए।
'पत्नी की आँखें आँखें नहीं हाथ है, जो मुझे थामे हुए हैं' से कवि का क्या अभिप्राय है?
सामाजिक समानता की छवि की कल्पना किस तरह अभिव्यक्त हुई है?
आशय स्पष्ट कीजिए-
(क) वह मतवाले की तरह उठी और गगरे से लोटा भर पानी लेकर गट-गट चढ़ा गई।
(ख) यह कहकर उसने अपने मँझले लड़के की ओर इस तरह देखा, जैसे उसने कोई चोरी की हो।
(ग) मुंशी जी ने चने के दानों की ओर इस दिलचस्पी से दृष्टिपात किया, जैसे उनसे बातचीत करनेवाले हो।
अंदर का भय कवि के नयनों को सुनहली भोर का अनुभव क्यों नहीं होने दे रहा है?
'उसके अंदर प्रकाश है, बाहर आशा। विपत्ति अपना सारा दलबल लेकर आए, हामिद की आनंद भरी चितवन उसका विध्वंस कर देगी।'- इस कथन के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि आशा का प्रकाश मनुष्य को विपरीत परिस्थितियों में भी निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
'मगध को बनाए रखना है, तो मगध में शांति रहनी ही चाहिए' – भाव स्पष्ट कीजिए।
घर एक परिवार, परिवार में पाँच सदस्य हैं, किंतु कवि पाँच सदस्य नहीं उन्हें पाँच जोड़ी आँखें मानता है। क्यों?
कविता के आधार पर बताइए कि कवि की दृष्टि में बाहर का अँधेरा भीतर दुखःस्वप्नों से अधिक भयावह क्यों है?