निम्नलिखित पंक्तियों का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
(क) पति बर्नै चारमुख पूत बर्नै पंच मुख नाती बर्नै षटमुख तदपि नई-नई।
(ख) चहुँ ओरनि नाचति मुक्तिनटी गुन धूरजटी वन पंचवटी।
(ग) सिंधु तर यो उनको बनरा तुम पै धनुरेख गई न तरी।
(घ) तेलन तूलनि पूँछि जरी न जरी, जरी लंक जराई-जरी।
(क) सिधु तर्यो उनका बनरा इस पक्ति में हनुमान द्वारा समुद्र लाघ कर आने की बात करता था जब सीता की तलाश में हनुमान कही गई थी जब सीता की तलाश में हनुमान का वानर दल समुद्र को लाघ सकता था I
(ख) धनुरेख गई न तरी- इस पक्ति मे सीता द्वारा रावण का हरण करने की बात करता था हिरण को देखकर सीता ने राम से उसे पाने की इच्छा जाहिर की थी सीता की इच्छा को पूरा करने हेतु राम लक्ष्मण की निगरानी में सीता को छोड़कर हिरण के पीछे चल पड़े थे कुटी में सीता लक्ष्मण को राम का दुखी स्वर सुनाई देता था लक्ष्मण ने उस मायावी आवाज को पहचान लिया था I
(ग) बाधोई बाधत शसो न बन्यो जब हनुमान जी ने लंका में प्रवेश किया था उन्होंने बहुत उत्पात मचाया था उनको बलशाली राक्षस तक नही बाँध पाता था रावण का पुत्र अक्षत इसी समय हनुमान जी के हाथो से मारा गया था I
(घ) प्रस्तुत पक्तियों में मदोदरी ने हनुमान की शक्ति से परिचय कराया था ब्रजभाषा का सुंदर प्रयोग था गेयता का गुण विधमान थे यह अनुप्रास अलंकार का सुंदर उदहारण था I
कविता में पंचवटी के किन गुणों का उल्लेख किया गया है?
देवी सरस्वती की उदारता का गुणगान क्यों नहीं किया जा सकता?
निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए।
(क) भावी भूत बर्तमान जगत बखानत है 'केसोदास' क्यों हू ना बखानी काहू पै गई।
(ख) अघओघ की बेरी कटी बिकटी निकटी प्रकटी गुरूजान-गटी।
तीसरे छंद में संकेतित कथाएँ अपने शब्दों में लिखिए?
चारमुख, पाँचमुख और षटमुख किन्हें कहा गया है और उनका देवी सरस्वती से क्या संबंध है?
'हारेंहु खेल जितावहिं मोही' भरत के इस कथन का क्या आशय है?
अगहन मास की विशेषता बताते हुए विरहिणी (नागमती) की व्यथा-कथा का चित्रण अपने शब्दों में कीजिए।
प्रियतमा के दुख के क्या कारण हैं?
कवि ने 'चाहत चलन ये संदेसो ले सुजान को' क्यों कहा है?
लेखक ने अपने पिता जी की किन-किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?
बालक से उसकी उम्र और योग्यता से ऊपर के कौन-कौन से प्रश्न पूछे गए?
पसोवा की प्रसिद्धि का क्या कारण था और लेखक वहाँ क्यों जाना चाहता था?
संवदिया कि क्या विशेषताएँ हैं और गाँववालों के मन में संवदिया की क्या अवधारणा हैं?
लेखक ने कवि की तुलना प्रजापति से क्यों की है?
"मैंने भ्रमवश जीवन संचित, मधुकरियों की भीख लुटाई"‐ पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
कवि ने 'चाहत चलन ये संदेसो ले सुजान को' क्यों कहा है?
शिल्प-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
(क) 'यह धीरे-धीरे होना ............. समूचे शहर को'
(ख) 'अगर ध्यान से देखो .............. और आधा नहीं है'
(ग) 'अपनी एक टाँग पर ................ बेखबर'
'साहित्य थके हुए मनुष्य के लिए विश्रांति ही नहीं है। वह उसे आगे बढ़ने के लिए उत्साहित भी करता है।'' स्पष्ट कीजिए।
'दीप अकेला' के प्रतीकार्थ को स्पष्ट करते हुए बताइए कि उसे कवि ने स्नेह भरा, गर्व भरा एवं मदमाता क्यों कहा है?
पुजारी ने लड़की के 'हम' को युगल अर्थ में लेकर क्या आशीर्वाद दिया और पुजारी द्वारा आशीर्वाद देने के बाद लड़के और लड़की के व्यवहार में अटपटापन क्यों आया?
भाव सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
(क) 1947 के बाद से ................ गतिशील होते देखा है
(ख) मानता हुआ कि हाँ मैं लाचार हूँ .................... एक मामूली धोखेबाज़
(ग) तुम्हारे सामने बिलकुल .......................... लिया है हर होड़ से
लेखक का हिंदी-साहित्य के प्रति झुकाव किस प्रकार बढ़ता गया?
कवि ने लोगों के आत्मनिर्भर, मालामाल और गतिशील होने के लिए किन तरीकों की ओर संकेत किया है? अपने शब्दों में लिखिए।
कवि मौन होकर प्रेमिका के कौन से प्रण पालन को देखना चाहता है?
कवि 'नयन न तिरपित भेल' के माध्यम से विरहिणी नायिका की किस मनोदशा को व्यक्त करना चाहता है?