कवि को अपनी स्वर्गीया पत्नी की याद क्यों आई?
कवि द्वारा अपनी पुत्री को विवाह के शुभ अवसर पर नव वधू के रूप में देखकर अपनी स्वर्गीय पत्नी का स्मरण हो गया था दुल्हन के कपड़ो में उनकी पुत्री बहुत सुंदर प्रतीत हो रहा था उसके अंदर अपनी माँ की झलक दिखाई दे रही थी वह सरोज को देखकर भाव विभोर हो जाता था उसे लगता था उसकी पत्नी सामने खड़ी हुई थी I
सरोज के नव-वधू रूप का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
कवि ने अपनी पुत्री का तर्पण किस प्रकार किया?
निम्नलिखित पंक्तियों का अर्थ स्पष्ट कीजिए-
(क) नत नयनों से लोक उतर
(ख) श्रृंगार रहा जो निराकार
(ग) पर पाठ अन्य यह, अन्य कला
(घ) यदि धर्म, रहे नत सदा माथ
सरोज का विवाह अन्य विवाहों से किस प्रकार भिन्न था?
'वह लता वहीं की, जहाँ कली तू खिली' पंक्ति के द्वारा किस प्रसंग को उद्घाटित किया गया है?
कंठ रुक रहा है, काल आ रहा है- यह भावना कवि के मन में क्यों आई?
शकुंतला के प्रसंग के माध्यम से कवि क्या संकेत करना चाहता है?
प्रस्तुत कविता दुख और निराशा से लड़ने की शक्ति देती है? स्पष्ट कीजिए।
'ठग-ठाकुरों' से कवि का संकेत किसकी ओर है?
'जल उठो फिर सींचने को' इस पंक्ति का भाव-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
'हारेंहु खेल जितावहिं मोही' भरत के इस कथन का क्या आशय है?
अगहन मास की विशेषता बताते हुए विरहिणी (नागमती) की व्यथा-कथा का चित्रण अपने शब्दों में कीजिए।
प्रियतमा के दुख के क्या कारण हैं?
देवी सरस्वती की उदारता का गुणगान क्यों नहीं किया जा सकता?
कवि ने 'चाहत चलन ये संदेसो ले सुजान को' क्यों कहा है?
लेखक ने अपने पिता जी की किन-किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?
बालक से उसकी उम्र और योग्यता से ऊपर के कौन-कौन से प्रश्न पूछे गए?
पसोवा की प्रसिद्धि का क्या कारण था और लेखक वहाँ क्यों जाना चाहता था?
संवदिया कि क्या विशेषताएँ हैं और गाँववालों के मन में संवदिया की क्या अवधारणा हैं?
लेखक ने कवि की तुलना प्रजापति से क्यों की है?
धीरे-धीरे होने की सामूहिक लय में क्या-क्या बँधा है?
'कुटज' हम सभी को क्या उपदेश देता है? टिप्पणी कीजिए।
जनता राजा की स्थिति की ओर से आँखें बंद कर ले तो उसका राज्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा? स्पष्ट कीजिए।
युधिष्ठिर जैसा संकल्प' से क्या अभिप्राय है?
सत्य और संकल्प के अंतर्संबंध पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
राजा ने कौन-कौन से हुक्म निकाले? सूची बनाइए और इनके निहितार्थ लिखिए।
किन पंक्तियों से ज्ञात होता है कि आज मनुष्य प्रकृति के नैसर्गिक सौंदर्य की अनुभूति से वंचित है?
'रहि चकि चित्रलिखी सी' पंक्ति का मर्म अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए।
लोकोक्तियों का संदर्भ सहित अर्थ स्पष्ट कीजिए।
(क) चोर की दाढ़ी में तिनका
(ख) ना जाने केहि भेष में नारायण मिल जाएँ
(ग) चोर के घर छिछोर पैठा
(घ) यह म्याऊँ का ठौर था
''मानव संबंधों से परे साहित्य नहीं है।'' इस कथन की समीक्षा कीजिए।