'रिश्ते हैं; लेकिन खुलते नहीं'– कवि के सामने ऐसी कौन सी विवशता है जिससे आपसी रिश्ते भी नहीं खुलते हैं?
कवि का परिवार एक निर्धन परिवार था उनकी दरिद्र हालात थी उसकी गरीबी ही उसके रिश्तो के न खुलने का कारण था परिवार के सदस्यों की इच्छा पूरी न होने की वजह से वह एक दूसरे के सामने नही जाते थे कोई भी अपने मन की बात एक दूसरे से नही कर पाता था उनके बीच अब कम बाते होती थी यह रिश्ते जीवित तो थी लेकिन इनमे मधुरता नही थी I
'पत्नी की आँखें आँखें नहीं हाथ है, जो मुझे थामे हुए हैं' से कवि का क्या अभिप्राय है?
घर एक परिवार, परिवार में पाँच सदस्य हैं, किंतु कवि पाँच सदस्य नहीं उन्हें पाँच जोड़ी आँखें मानता है। क्यों?
'वैसे हम स्वजन हैं, करीब हैं ................. क्योंकि हम पेशेवर गरीब हैं' से कवि का क्या आशय है? अगर अमीर होते तो क्या स्वजन और करीब नहीं होते?
(क) माँ की आँखें पड़ाव से पहले ही तीर्थ-यात्रा की बस के दो पंचर पहिए हैं।
(ख) पिता की आँखें लोहसाँय की ठंडी शलाखें हैं।
पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि 'इस अभागे आलसी देश में जो कुछ हो जाए वहीं बहुत कुछ है क्यों कहा गया है?
“अरे इन दोहून रह न पायी” साईं कवि का क्या आशय है?
‘खेलने में को कोको गुसैयाँ’ पद में कृष्ण और सुदामा के बीच किस बात पर तकरार हुई?
'हँसी की चोट' सवैये में कवि ने किन पंच तत्त्वों का वर्णन किया है तथा वियोग में वे किस प्रकार विदा होते हैं?
पहले पद में कवि ने किस ऋतु का वर्णन किया है?
संध्या के समय प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं, कविता के आधार पर लिखिए।
'जाग तुझको दूर जाना' कविता में कवियत्री मानव को किन विपरीत स्थितियों में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित कर रही है?
कविता के आधार पर बताइए कि कवि की दृष्टि में बाहर का अँधेरा भीतर दुखःस्वप्नों से अधिक भयावह क्यों है?
इस कविता में बादलों के सौंदर्य चित्रण के अतिरिक्त और किन दृश्यों का चित्रण किया गया है?
मगध के माध्यम से 'हस्तक्षेप' कविता किस व्यवस्था की ओर इशारा कर रही है?
बस्ती के छोटे से गाँव के अवसाद को किन-किन उपकरणों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है?
“कौन राह हैं जाई”का प्रश्न कबीर के सामने भी था इस तरह का प्रश्न समाज मे आज भी मौजूद हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें?
‘अन्यायपूर्ण व्यवस्था को चुनौती घर में नहीं, घर के बाहर दी गई।’ इससे लेखक का क्या अभिप्राय है?
ईटों को जोड़कर बनाए चूल्हे में जलती लकड़ियों की चीट – पिट जैसे मन में पसरी दुश्चिन्तओ और तकलीफों की प्रतिध्वनियाँ थी जहाँ सब कुछ अनिश्चित था। ‘ -यह वाक्य मानव की किस मनोस्थिति को उजागर करता है ?
(क) कोई छींकता तक नहीं
(ख) कोई चीखता तक नहीं
(ग) कोई टोकता तक नहीं
ज्योतिबा फुले का दांपत्य जीवन किस प्रकार आधुनिक दांपत्य को प्रेरणा देता है?
व्यवस्था को 'निरंकुश' प्रवृत्ति से बचाए रखने के लिए उसमें 'हस्तक्षेप' ज़रूरी है – कविता को दृष्टि में रखते हुए अपना मत दीजिए।
'गूँगा दया या सहानुभूति नहीं, अधिकार चाहता था'- सिद्ध कीजिए।
फुले दंपति ने, स्त्री समस्या के लिए जो कदम उठाया था, क्या उसी का अगला चरण, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', कार्यक्रम है?
‘सौंदर्य में रहस्य न हो तो वह एक खूबसूरत चौखटा हैं।’ व्यक्ति के व्यक्तित्व के माध्यम से स्पष्ट कीजिए।