Welcome to SaralStudy's NCERT Solutions for Class 9 Hindi - Kshitij Chapter Solutions - मेघ आए. Here, you will find detailed and accurate solutions for the chapter 15 मेघ आए (Megh Aae), written by सर्वेश्वर दयाल सक्सेना (Sarveshwar Dayal Saxena).
By going through these Megh Aae question answers, students can deepen their understanding and enhance their preparation for exams. Use this page as a valuable tool for revising and mastering the key points in Class 9 Hindi. Whether for homework help or exam readiness, these chapter-wise solutions are designed to support your academic journey in Hindi.Our solutions are designed to help students grasp key concepts, improve their understanding of the subject, and prepare efficiently for their exams. Review important questions and answers, and get a better understanding of the story and its theme.
दिन-प्रतिदिन के जीवन में हर कोई बच्चों को काम पर जाते देख रहा/रही है, फिर भी किसी को कुछ अटपटा नहीं लगता। इस उदासीनता के क्या कारण हो सकते हैं?
सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों हैं?
कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से आपके मन मस्तिष्क में जो चित्र उभारता है उसे लिखकर व्यक्त कीजिए।
आपने अपने शहर में बच्चों को कब-कब और कहाँ-कहाँ काम करते हुए देखा है?
बच्चों को काम पर जाना धरती के एक बड़े हादसे के समान क्यों है?
कवि का मानना है कि बच्चों के काम पर जाने की भयानक बात को विवरण की तरह न लिखकर सवाल के रूप में पूछा जाना चाहिए कि ‘काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे?’ कवि की दृष्टि में उसे प्रश्न के रूप में क्यों पूछा जाना चाहिए?
आपके विचार से बच्चों को काम पर क्यों नहीं भेजा जाना चाहिए? उन्हें क्या करने के मौके मिलने चाहिए?
काम पर जाते किसी बच्चे के स्थान पर अपने-आप को रखकर देखिए। आपको जो महसूस होता है उसे लिखिए।
आपके विचार से बच्चों को काम पर क्यों नहीं भेजा जाना चाहिए? उन्हें क्या करने के मौके मिलने चाहिए?
सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों हैं?
कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से आपके मन मस्तिष्क में जो चित्र उभारता है उसे लिखकर व्यक्त कीजिए।
आपने अपने शहर में बच्चों को कब-कब और कहाँ-कहाँ काम करते हुए देखा है?
दिन-प्रतिदिन के जीवन में हर कोई बच्चों को काम पर जाते देख रहा/रही है, फिर भी किसी को कुछ अटपटा नहीं लगता। इस उदासीनता के क्या कारण हो सकते हैं?
कवि का मानना है कि बच्चों के काम पर जाने की भयानक बात को विवरण की तरह न लिखकर सवाल के रूप में पूछा जाना चाहिए कि ‘काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे?’ कवि की दृष्टि में उसे प्रश्न के रूप में क्यों पूछा जाना चाहिए?
काम पर जाते किसी बच्चे के स्थान पर अपने-आप को रखकर देखिए। आपको जो महसूस होता है उसे लिखिए।
बच्चों को काम पर जाना धरती के एक बड़े हादसे के समान क्यों है?