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Q1 संवदिया कि क्या विशेषताएँ हैं और गाँववालों के मन में संवदिया की क्या अवधारणा हैं?
Ans: (क) दिए गए सवाद को जेसे थे वेसा ही बोलना पड़ता था I
(ख) सवाद के साथ भावो को भी वैसे का वैसा बताना पड़ता था I
(ग) सवाद को समय पर पहुचाना एक सवादिया की विशेषता होती थी I
(घ) उसे मार्ग का ज्ञान होना चाहिये था I गाँववालो के मन में अवधारणा थी कि सवादिया एक कामचोर निठल्ला तथा पेटू आदमी होता था जिसके पास कोई काम नही होता था वह सवादिया बन जाता था IQ2 बड़ी हवेली से बुलावा आने पर हरगोबिन के मन में किस प्रकार की आशंका हुई?
Ans: बड़ी हवेली से जब हरगोबिन को बुलावा आया था उसके मन में आशंका हुई थी कि अवश्य कोई गुप्त संदेश ले जाना था इस संदेश ले जाना था इस संदेश की खबर चाँद सूरज पदों तथा पक्षियों को भी नही लगनी थी I
Q3 बड़ी बहुरिया अपने मायके संदेश क्यों भेजना चाहती थी?
Ans: बड़ी बहुरिया के लिए मायके ही वह स्थान रह गया है जहां वह आश्रय की उम्मीद पा सकती है अंत वह अपने घरवालो को अपनी दशा बताने के लिए यह सदेश भेजना चाहती है I
Q4 हरगोबिन बड़ी हवेली में पहुँचकर अतीत की किन स्मृतियों में खो जाता है?
Ans: हरगोबिन ने जब बड़ी हवेली में कदम रखा था उसे बीते समय में हवेली के ठाट बाट की याद हो आई थी बड़े भेया के रहते थे इस हवेली की शान ही अलग है घर में नोकर नोकरानियो लोगो तथा मजदूरो की भीड़ हर समय रहेती है बड़ी बहुरिया मेहंदी लगे हाथों से ही नाइन परिवार कि जिम्मेदारी उठाया करता है I
Q5 संवाद कहते वक्त बड़ी बहुरिया की आँखें क्यों छलछला आईं?
Ans: सवाद कहते वक्त बड़ी बहुरिया का दुःख आँखों के जरिए बाहर आ गया था सवदिया के आगे उन्हें अपनी दशा व्यक्त करनी पड़ी है अभी तक उन्होंने अपनी दशा को सबसे छुपाया हुआ है लेकिन जब सवदिया उनकी दशा को जानता है I
Q6 गाड़ी पर सवार होने के बाद संवदिया के मन में काँटे की चुभन का अनुभव क्यों हो रहा था? उससे छुटकारा पाने के लिए उसने क्या उपाय सोचा?
Ans: गाडी पर सवार होकर उसे बड़ी बहुरिया का एक एक वचन काँटे के समान चुभ रहा है आज तक वह जितने भी सवाद लेकर गया है वे ऐसे नही है इसमें एक बेचारी बेटी अपनी माँ से सहायता के लिए पुकार रही है उसकी मार्मिक दशा का वर्णन उसके एक एक वचन होता है I
Q7 बड़ी बहुरिया का संवाद हरगोबिन क्यों नहीं सुना सका?
Ans: बड़ी बहुरिया उस गाँव की लक्ष्मी है अपने गाँव की लक्ष्मी की दशा दूसरे गाँव में जाकर सुनाना उसे अपमान लगा था उसे यह सोचकर बहुत शर्म आई थी उसके गाँव की लक्ष्मी इतने कष्ट झेल रहे थे और गाँव अब तक कुछ नही कर पाया था I
Q8 'संवदिया डटकर खाता है और अफर कर सोता है' से क्या आशय है?
Ans: इसका अर्थ था कि सवदिया जिनका सवाद लेकर जाता था और जिसको सवाद देता था उस घर में बहुत आवभगत होती थी वह घरो में मजे से खाता था और यात्रा की थकान उतारने के लिए आराम से सोता था I
Q9 जलालगढ़ पहुँचने के बाद बड़ी बहुरिया के सामने हरगोबिन ने क्या संकल्प लिया?
Ans: जलालगढ़ पहुचने के बाद बड़ी बहुरिया के सामने हरगोबिन ने सकल्प लिया था वह अब निठल्ला नही बैठता बड़ी बहुरिया के लिए हर काम एक बेटे समान करता था अब वह माँ के समान उसकी देखभाल करता था उसे सारे कष्टो से दूर रखता था I