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Q2 लेखक का गाँधी जी के साथ चलने का पहला अनुभव किस प्रकार का रहा?
Ans: लेखक के भाई पहले से ही गाँधी जी को देखने के लिए एक निश्रित स्थान पर आते है उन्होंने लेखक से कहा है कि गाँधी जी से मिलने के लिए उन्हें सुबह 7 बजे ही वहा आना था क्योकि गाँधी जी हमेशा वही से गुजरते है सुबह सात बजते ही दोनों भाई गाँधी जी से मिलने के लिए भागते थे वहा पहुच जाते थे I
Q3 लेखक ने सेवाग्राम में किन लोगों के आने का जिक्र किया है?
Ans: जवाहरलाल नेहरु , गाँधी जी , यास्सेर अराफत , पृथ्वीसिंह आजाद , मीरा बेन , खान अब्दुल गफ्फार खान राजेन्द्र बाब कस्तरबा गाँधी यर सभी लोग सेवाग्राम में आए है I
Q4 रोगी बालक के प्रति गाँधी जी का व्यवहार किस प्रकार का था?
Ans: गाँधी जी ने जब रोगी बालक को देखा था उन्होंने उसके पेट पर हाथ फेरा और उसकी उल्टी करने को कहा था जब वह उल्टी कर रहा है गाँधी जी उसके पीठ को हाथ फेर कर सहला रहे है थोड़ी ही देर में बालक की तबीयत ठीक हो गई थी I
Q5 कश्मीर के लोगों ने नेहरू जी का स्वागत किस प्रकार किया था?
Ans: कश्मीर के लोगो ने अलग अलग फूलो की मालाओं के साथ नेहरु जी का स्वागत किया है I
Q6 अख़बार वाली घटना से नेहरू जी के व्यक्तित्व की कौन सी विशेषता स्पष्ट होती है?
Ans: अखबार वाली घटना के माध्यम से हमे नेहरु जी के व्यक्तिव में सहनशीलता मितभाषी और शालीनता मितभाषी और शालीनता के होने का पता चलता था अखबार वाली घटना यह थी कि लेखक नेहरु जी के पढ़े हुए अखबार वाली घटना यह था कि लेखक नेहरु जी के पढ़े हुए अखबार को पढ़ रहा है लेखक ने ऐसा इसलिए किया क्योकि उसको लगा कि नेहरु जी उससे अखबार वापास मागे थे I
Q8 अराफात के आतिथ्य प्रेम से संबन्धित किन्हीं दो घटनाओं का वर्णन कीजिए।
Ans: 1. अराफत बड़े ही प्रेम के साथ सभी से शहद का शरबत पीने को कह रहे है I
2. उनका आतिथ्य प्रेम इतना है कि वह सभी को अनूठा फल खिला रहे है और शहद की चटनी के बारे में भी बता रहे है IQ9 अराफात ने ऐसा क्यों बोला की ‘वे आपके ही नहीं हमारे भी नेता हैं उतने ही आदरणीय जितने आपके लिए।’ इस कथन के आधार पर गाँधी जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए।
Ans: अराफत ने बोला गाँधी जी बस आपके नेता नही है वह हम सभी के नेता थे अराफत ने यह कहकर गाँधी जी के व्यक्तित्व को दर्शाया था गाँधी जी ने प्रभावित होकर अन्य लोगो ने भी उनकी शिक्षा को अपनाया और उनसे ही कई नेताओं ने अहिसावाद के बारे में जाना था I