Class 10 Hindi - Kshitij - Chapter Naubatakhaane Mein Ibaadat NCERT Solutions | आशय स्पष्ट कीज

Welcome to the NCERT Solutions for Class 10th Hindi - Kshitij - Chapter Naubatakhaane Mein Ibaadat. This page offers a step-by-step solution to the specific question from Exercise 1, Question 4: आशय स्पष्ट कीजिए (क) ‘फटा सुर न बख्। ल....
Question 4

आशय स्पष्ट कीजिए
(क) ‘फटा सुर न बख्। लुंगिया का क्या है, आज फटी है, तो कल सी जाएगी।
(ख) ‘मेरे मालिक सुर बख्श दे। सुर में वह तासीर पैदा कर कि आँखों से सच्चे मोती की तरह अनगढ़ आँसू निकल आएँ।’

Answer

(क) यहाँ बिसिमल्ला खा ने सूर तथा कपड़े से तुलना करते हुए सुर को अधिक मूल्यवान बतात्ता था क्योकि कपड़ा एक बार फट जाए तो दुबारा सिल देने से ठीक हो सकता था परन्तु किसी का फटा हुआ सूर कभी थिक नही हो सकता था I


(ख) बिसिमल्ला खा पाँचों वक्त नमाज के बाद खुदा से सच्चा सुर पाने की प्राथर्ना सूर करते है वे खुदा से कहते थे कि उन्हें इतना प्रभावशाली सच्चा सूर था और यही उनके सूर की कामयाबी थी I

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