Class 10 Hindi - Kshitij - Chapter Aatmkathya NCERT Solutions | भाव स्पष्ट कीज

Welcome to the NCERT Solutions for Class 10th Hindi - Kshitij - Chapter Aatmkathya. This page offers a step-by-step solution to the specific question from Exercise 1, Question 4: भाव स्पष्ट कीजिए (क) मिला कहाँ वह सुख ज....
Question 4

भाव स्पष्ट कीजिए
(क) मिला कहाँ वह सुख जिसका मैं स्वप्न देखकर जाग गया। आलिंगन में आते-आते मुसक्या कर जो भाग गया।
(ख) जिसके अरुण कपोलों की मतवाली सुंदर छाया में। अनुरागिनी उषा लेती थी निज सुहाग मधुमाया में।

Answer

(क) कवि कहना चाहता था किजिस प्रेम के कवि सपने देख रहे है वो उन्हें कवि प्राप्त नहीं हुआ था कवि ने जिस सुख की कल्पना की है वह उसे कभी प्राप्त न हुआ था और उसका जीवन हमेशा उस सुख से वचित ही रहता था I


(ख) कवि अपनी प्रेयसी के सोदर्य का वर्णन करते हुए कहता था कि प्रेममयी भोर वेलाभी अपनी मधुर लालिमा उसके गालो सेलिया करते है I

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