"हम उनसे कहते कि जब हम बड़े हो जाएँगे तो उनकी देखभाल करेंगे।" इस वाक्य को पढ़ो और बताओ कि–
(क) कौन किसकी देखभाल करना चाहता/चाहती है?
(ख) वह बड़ा/बड़ी होकर ही देखभाल करना क्यों चाहता/चाहती है?
(ग) क्या वह छोटे होने पर देखभाल नहीं कर सकता/सकती है?
(घ) अगर वह छोटे होने पर भी देखभाल करेगा/करेगी तो क्या हो सकता है?
(1) सलमा और उसकी जुड़वाँ बहन अपनी माँ की देखभाल करना चाहती है I
(2) सलमा बड़ी होकर अपनी माँ को हर सुख देना चाहती है इसलिए वह अपनी माँ को देखभाल करना चाहती है I
(3) यह बीमार है इसलिए देखभाल नही कर सकती है I
(4) अगर वे छोटे होने पर भी देखभाल करेगे तो ठीक ने देखभाल नही कर पायेगे I
"मेरे अब्बू इस दुर्घटना के कारण खत्म हो गए, जब हम बहुत छोटे थे।"
ऊपर के वाक्य से पता चलता है कि सलमा के अब्बू किसी गैस दुर्घटना के कारण मर गए थे। दुर्घटना में कुछ लोगों को अपने शरीर के अंगों को गँवाना भी पड़ जाता है। तुम हवा, आग और पानी से होने वाली दुर्घटनाओं की एक सूची बनाओ। तुम इस सूची के आगे यह भी लिखो कि इसमें क्या-क्या नुकसान होता है।
(क) सलमा का पहला कदम बीमारी में ही क्यों बढ़ा था?
(ख) सलमा अपनी अम्माँ से क्या कहती थी जिससे उसकी अम्माँ उसे मार देती थी?
(ग) सलमा ने ऐसा क्यों कहा कि मैं तो अब जीना चाहती हूँ?
(क) गुड़िया को कौन, कहाँ से और क्यों लाया है?
(ख) कविता में जिस गुड़िया की चर्चा है वह कैसी है?
(ग) कवि ने अपनी गुड़िया के बारे में अनेक बातें बताई हैं। उनमें से कोई दो बातें लिखो।
(क) दोनों गौरैयों को पिताजी जब घर से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे तो माँ क्यों मदद नहीं कर रही थी? बस, वह हँसती क्यों जा रही थी?
(ख) देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो। माँ ने पिताजी से गंभीरता से यह क्यों कहा?
(ग) "किसी को सचमुच बाहर निकालना हो तो उसका घर तोड़ देना चाहिए," पिताजी ने गुस्से में ऐसा क्यों कहा? क्या पिताजी के इस कथन से माँ सहमत थी? क्या तुम सहमत हो? अगर नहीं तो क्यों?
(घ) कमरे में फिर से शोर होने पर भी पिताजी अबकी बार गौरैया की तरफ़ देखकर मुसकुराते क्यों रहे?
इस पत्र के आधार पर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दो –
(क) इस पत्र का लेखक किस शहर/देश की यात्रा पर गया था?
(ख) उस देश में कौन-कौन से खेल-खेले जाते हैं? वहाँ कौन-सा खेल सबसे अधिक लोकप्रिय है?
(ग) उस देश के कुछ खाद्य पदार्थों के नाम बताओ।
(घ) लेखक ने यह क्यों कहा कि "अच्छे से रहना ताकि माँ को तकलीफ़ न हो?"
(क) कविता में रतन किसे कहा गया है और वे कहाँ-कहाँ बिखरे हुए हैं?
(ख) ओस कणों को देखकर कवि का मन क्या करना चाहता है?
(क) बच्चों ने मंच की व्यवस्था किस प्रकार की?
(ख) पर्दे की आड़ में खड़े अन्य साथी मन-ही-मन राकेश की तुरतबुद्धि की प्रशंसा क्यों कर रहे थे?
(ग) नाटक के लिए रिहर्सल की जरूरत क्यों होती है?
(क) सागर यात्रा में नौका को सँभालने के लिए हर समय एक व्यक्ति की ज़रूरत थी। क्यों?
(ख) वे लोग समुद्र की यात्रा कर रहे थे। समुद्र यात्रा में भी उन्हें पानी की समस्या क्यों हुई?
नीचे लिखी पंक्तियाँ पढ़ो। आपस में चर्चा करके इसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दो–
(क) "तेरे हरे-भरे सावन के साथी ये आए हैं"
क्या बादल हरे-भरे सावन के साथी हैं अथवा किसान के? या दोनों के।
(ख) "तेरे प्राणों में भरने को नया राग लाए हैं"
बादल ऐसा क्या लाए हैं जिससे किसान के प्राणों में नया राग भर जाएगा?
(ग) "यह संदेशा ले कर आई, सरस मधुर शीतल पुरवाई"
पुरवाई किसान के लिए क्या संदेशा लेकर आई होगी?
(घ) "तेरे लिए, अकेले तेरे लिए, कहाँ से चलकर आई"
क्या सचमुच पुरवाई केवल किसान के लिए चलकर आई है? वह कहाँ से चलकर आई होगी?
(क) नरेंद्र के सारे पैसे क्यों खत्म हो गए?
(ख) अजय ने नरेंद्र को क्या और क्यों समझाया?
(ग) अजय के अन्य दोस्तों ने नरेंद्र के बारे में क्या कहा और क्यों?
(क) लेखक बैडमिंटन चैंपियन था। उसे हॉकी खेलने की प्रेरणा किससे और कैसे मिली?
(ख) इंग्लैंड से मैच जीतने के बाद सबकी आँखों में आँसू क्यों थे?
(ग) 'खिलाड़ियों में जज़्बा ज़रूरी है।' लेखक ने किस जज़्बे की बात की है? यह जज़्बा क्यों ज़रूरी है?
(क) शहर की ओर जाते हुए वल्ली ने बस की खिड़की से बाहर क्या-क्या देखा?
"अब तो उसकी खिड़की से बाहर देखने की इच्छा भी खत्म हो गई थी।"
(ख) वापसी में वल्ली ने खिड़की के बाहर देखना बंद क्यों कर दिया?
(ग) वल्ली ने बस के टिकट के लिए पैसों का प्रबंध कैसे किया?
नीचे कुछ वाक्य दिए गए हैं जिनमें उपयुक्त मुहावरे भरने से ही वह पूरा हो सकता है। उन्हें पूरा करने के लिए मुहावरे भी दिए गए हैं। तुम सही मुहावरे से वाक्य पूरे करो।
आग बबूला होना, सकपकाना, दबे पाँव, शामत आना, पीठ ठोकना
(क) चोर ................ घर में घुस आया।
(ख) देर से आने पर मम्मी ................ गईं।
(ग) सरसराहट की आवाज़ सुनकर अजय ................।
(घ) ऊधम मचाने पर बच्चों की ................।
(ङ) नरेंद्र की जान बचाने पर उसकी मम्मी ने अजय की ................।
इस पत्र के आधार पर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दो –
(क) इस पत्र का लेखक किस शहर/देश की यात्रा पर गया था?
(ख) उस देश में कौन-कौन से खेल-खेले जाते हैं? वहाँ कौन-सा खेल सबसे अधिक लोकप्रिय है?
(ग) उस देश के कुछ खाद्य पदार्थों के नाम बताओ।
(घ) लेखक ने यह क्यों कहा कि "अच्छे से रहना ताकि माँ को तकलीफ़ न हो?"
'तृष्णा' को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया गया था। आपस में चर्चा करके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर खोजो–
(क) गणतंत्र दिवस किसे कहते हैं? यह किस दिन मनाया जाता है?
(ख) गणतंत्र दिवस के दिन क्या-क्या कार्यक्रम होते हैं?
(ग) दूरदर्शन या आकाशवाणी पर गणतंत्र दिवस परेड देखकर/सुनकर उसके बारे में कुछ पंक्तियाँ लिखो।
भाववाचक संज्ञा से विशेषण बनाओ।
घमंड |
घमंडी |
हिम्मत |
..................... |
साहस |
..................... |
स्वार्थ |
..................... |
अत्याचार |
..................... |
विद्रोह |
..................... |
(क) खेलों पर बनी कुछ फ़िल्मों के बारे में पता लगाओ। उनमें से कुछ फ़िल्मों के नामों और उनमें दर्शाए गए खेलों के नामों को साथ मिलाकर एक सूची बनाओ। कक्षा में उन फ़िल्मों के बारे में बातचीत भी करो।
"हम सब इस अभिमान के खतरों को जानते थे, हमें यह भी ज्ञात था कि शायद हम कभी वापस न लौट सकें।"
वे दस नाविक इतनी खतरनाक यात्रा के लिए क्यों निकले होंगे? आपस में चर्चा करो।
मान लो तुम लेखक के घर की एक गौरैया हो। अब अपने साथी गौरैया को बताओ कि तुम्हारे साथ इस घर में क्या-क्या हुआ?
आदिवासियों के साथ मन-मर्जी नहीं की जा सकती। उसके पास कई मन गेहूँ था।
ऊपर के पहले वाक्य में 'मन' का मतलब है –दिल, हृदय।
दूसरे वाक्य में 'मन' नाप-तौल का एक शब्द है। इस तरह मन के दो अर्थ हैं। ऐसे शब्दों को अनेकार्थक शब्द कहते हैं। नीचे दिए गए शब्दों को पढ़ो और वाक्य बनाओ।
सोना |
– |
सो जाना (नींद) स्वर्ण, एक धातु |
उत्तर |
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एक दिशा जवाब |
हार |
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पराजय, हार जाना माला
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इस कहानी का शीर्षक 'नाटक में नाटक' है। कहानी में जो नाटक है तुम उसका शीर्षक बताओ।
कहानी में से चुनकर कुछ संवाद नीचे दिए गए हैं। उन संवादों को अभिनय के साथ बोलकर दिखाओ।
(क) चित्रकार महोदय हाथ में कूची पकड़े-आँखें नचा-नचाकर, मटक-मटककर बोल रहे थे, "अरे चमगादड़, तुझे क्या खाक शायरी करना आता है। ज़बरदस्ती ही तुझे यह पार्ट दे दिया। तूने सारा गड़बड़ कर दिया।"
(ख) मोहन बोला, "मेरा तो दिल बहुत ज़ोरों से धड़क रहा है।"
(ग) राकेश पहुँचते ही एक कुर्सी पर बैठते हुए बोला, "बोला, "आज मुझे अस्पताल में हाथ पर पट्टी बँधवाने में देर हो गई, तो तुमने इस तरह 'रिहर्सल' की है। ज़ोर-ज़ोर से लड़ने लगे।"
(घ) चित्रकार महोदय ने हाथ उठाकर कहा, "देख, मुँह सँभालकर बोल।"