"पिताजी कहते हैं कि यह घर सराय बना हुआ है।" ऊपर के वाक्य को पढ़ो और बताओ कि–
(क) सराय और घर में क्या अंतर होता है? आपस में इस पर चर्चा करो।
(ख) पिताजी को अपना घर सराय क्यों लगता है?
(1) जिसमे एक ही परिवार के सब लोग मिलकर रहते है उससे कहते है और जहा दूर दूर से अलग अलग जगहों से लोग आकर रुकते है उसे सराय कहते है I
(2) चूहे , चमगादड़ , चीटियों और चिडियों के कारण पिताजी को अपना घर सराय लगने लगा I
(क) दोनों गौरैयों को पिताजी जब घर से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे तो माँ क्यों मदद नहीं कर रही थी? बस, वह हँसती क्यों जा रही थी?
(ख) देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो। माँ ने पिताजी से गंभीरता से यह क्यों कहा?
(ग) "किसी को सचमुच बाहर निकालना हो तो उसका घर तोड़ देना चाहिए," पिताजी ने गुस्से में ऐसा क्यों कहा? क्या पिताजी के इस कथन से माँ सहमत थी? क्या तुम सहमत हो? अगर नहीं तो क्यों?
(घ) कमरे में फिर से शोर होने पर भी पिताजी अबकी बार गौरैया की तरफ़ देखकर मुसकुराते क्यों रहे?
क) अब उनकी सहनशीलता चुक गई।
(ख) उनका निशाना चूक गया।
अब तुम भी इन शब्दों को समझो और उनसे वाक्य बनाओ।
1. सुख –सूख
(क) ...........................................................................................
(ख) ...........................................................................................
2. धुल –धूल
(क) ...........................................................................................
(ख) ...........................................................................................
3. सुना –सूना
(क) ...........................................................................................
(ख) ...........................................................................................
"पिताजी बोले, क्या मतलब? मैं कालीन बरबाद करवा लूँ?" ऊपर दिए गए वाक्य पर ध्यान दो और बताओ कि–
(क) पिताजी ने यह बात किससे कही?
(ख) उन्होंने यह बात क्यों कही?
(ग) गौरैयों के आने से कालीन कैसे बरबाद होता?
(क) पूरी कहानी में गौरैया, कहाँ-कहाँ से घर के अंदर घुसी थीं? सूची बनाओ।
(ख) अब अपने घर के बारे में सोचो। तुम्हारे घर में यदि गौरैया आना चाहे तो वह कहाँ-कहाँ से अंदर घुस सकती है? इसे अपने शिक्षक को बताओ।
मान लो तुम लेखक के घर की एक गौरैया हो। अब अपने साथी गौरैया को बताओ कि तुम्हारे साथ इस घर में क्या-क्या हुआ?
"माँ खिलखिलाकर हँस दीं।" इस वाक्य में 'खिलखिलाकर' शब्द बता रहा है कि माँ कैसे हँसी थीं। इसी प्रकार नीचे दिए गए रेखांकित शब्दों पर भी ध्यान दो। इन शब्दों से एक-एक वाक्य बनाओ।
(क) पिताजी ने झिड़ककर कहा, "तू खड़ा क्या देख रहा है?"
(ख) "आज दरवाज़े बंद रखो," उन्होंने हुक्म दिया।
(ग) "देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो," माँ ने अबकी बार गंभीरता से कहा।
(घ) "किसी को सचमुच बाहर निकालना हो, तो उसका घर तोड़ देना चाहिए," उन्होंने गुस्से में कहा।
तुम इनसे मिलते-जुलते कुछ और शब्द सोचो और उनका प्रयोग करते हुए कुछ वाक्य बनाओ।
संकेत –धीरे से, ज़ोर से, अटकते हुए, हकलाते हुए, फुसफुसाते हुए आदि।
नीचे दिए गए वाक्य को पढ़ो –
"जब हम लोग नीचे उतरकर आए, तब वे फिर से मौजूद थीं और मज़े से बैठी मल्हार गा रही थीं।"
(क) अब तुम पता करो कि मल्हार क्या होता है? इस काम में तुम बड़ों की सहायता भी ले सकते हो।
(ख) बताओ कि क्या सचमुच चिड़ियाँ 'मल्हार' गा सकती हैं?
(ग) बताओ की कहानी में चिड़ियों द्वारा मल्हार गाने की बात क्यों कही गई है?
इस कहानी के शुरू में कई पशु-पक्षियों की चर्चा की गई है। कहानी में वे ऐसे कुछ काम करते हैं जैसे मनुष्य करते हैं। उनको ढूँढ़कर तालिका पूरी करो–
(क) |
पक्षी |
– |
घर का पता लिखवाकर लाए हैं। |
(ख) |
बूढ़ा चूहा |
– |
|
(ग) |
बिल्ली |
– |
|
(घ) |
चमगादड़ |
– |
|
(ङ) |
चींटियाँ |
– |
|
तुम्हें इस कहानी में कौन सबसे अधिक पसंद आया? तुम्हें उसकी कौन-सी बात सबसे अधिक अच्छी लगी?
(क) माँ (ख) पिताजी (ग) लेखक (घ) गौरैया (ङ) चूहे (च) बिल्ली (छ) कबूतर (ज) कोई अन्य/कुछ और
(क) तुम्हारे विचार से इस कहानी को कौन सुना रहा है? तुम्हें यह किन बातों से पता चला?
(ख) लेखक ने यह अनुमान कैसे लगाया कि एक चूहा बूढ़ा है और उसको सर्दी लगती है?
(क) गुड़िया को कौन, कहाँ से और क्यों लाया है?
(ख) कविता में जिस गुड़िया की चर्चा है वह कैसी है?
(ग) कवि ने अपनी गुड़िया के बारे में अनेक बातें बताई हैं। उनमें से कोई दो बातें लिखो।
इस पत्र के आधार पर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दो –
(क) इस पत्र का लेखक किस शहर/देश की यात्रा पर गया था?
(ख) उस देश में कौन-कौन से खेल-खेले जाते हैं? वहाँ कौन-सा खेल सबसे अधिक लोकप्रिय है?
(ग) उस देश के कुछ खाद्य पदार्थों के नाम बताओ।
(घ) लेखक ने यह क्यों कहा कि "अच्छे से रहना ताकि माँ को तकलीफ़ न हो?"
(क) कविता में रतन किसे कहा गया है और वे कहाँ-कहाँ बिखरे हुए हैं?
(ख) ओस कणों को देखकर कवि का मन क्या करना चाहता है?
(क) बच्चों ने मंच की व्यवस्था किस प्रकार की?
(ख) पर्दे की आड़ में खड़े अन्य साथी मन-ही-मन राकेश की तुरतबुद्धि की प्रशंसा क्यों कर रहे थे?
(ग) नाटक के लिए रिहर्सल की जरूरत क्यों होती है?
(क) सागर यात्रा में नौका को सँभालने के लिए हर समय एक व्यक्ति की ज़रूरत थी। क्यों?
(ख) वे लोग समुद्र की यात्रा कर रहे थे। समुद्र यात्रा में भी उन्हें पानी की समस्या क्यों हुई?
नीचे लिखी पंक्तियाँ पढ़ो। आपस में चर्चा करके इसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दो–
(क) "तेरे हरे-भरे सावन के साथी ये आए हैं"
क्या बादल हरे-भरे सावन के साथी हैं अथवा किसान के? या दोनों के।
(ख) "तेरे प्राणों में भरने को नया राग लाए हैं"
बादल ऐसा क्या लाए हैं जिससे किसान के प्राणों में नया राग भर जाएगा?
(ग) "यह संदेशा ले कर आई, सरस मधुर शीतल पुरवाई"
पुरवाई किसान के लिए क्या संदेशा लेकर आई होगी?
(घ) "तेरे लिए, अकेले तेरे लिए, कहाँ से चलकर आई"
क्या सचमुच पुरवाई केवल किसान के लिए चलकर आई है? वह कहाँ से चलकर आई होगी?
(क) नरेंद्र के सारे पैसे क्यों खत्म हो गए?
(ख) अजय ने नरेंद्र को क्या और क्यों समझाया?
(ग) अजय के अन्य दोस्तों ने नरेंद्र के बारे में क्या कहा और क्यों?
(क) लेखक बैडमिंटन चैंपियन था। उसे हॉकी खेलने की प्रेरणा किससे और कैसे मिली?
(ख) इंग्लैंड से मैच जीतने के बाद सबकी आँखों में आँसू क्यों थे?
(ग) 'खिलाड़ियों में जज़्बा ज़रूरी है।' लेखक ने किस जज़्बे की बात की है? यह जज़्बा क्यों ज़रूरी है?
(क) शहर की ओर जाते हुए वल्ली ने बस की खिड़की से बाहर क्या-क्या देखा?
"अब तो उसकी खिड़की से बाहर देखने की इच्छा भी खत्म हो गई थी।"
(ख) वापसी में वल्ली ने खिड़की के बाहर देखना बंद क्यों कर दिया?
(ग) वल्ली ने बस के टिकट के लिए पैसों का प्रबंध कैसे किया?
(क) मारिया को किस कार्य के लिए सम्मानित किया गया?
(ख) मारिया ने अनेक भाषाओं का अध्ययन क्यों किया?
(ग) मारिया बुडापेस्ट में कौन-सी भारतीय पोशाक पहनना पसंद करती हैं और क्यों
"मैंने सोचा मम्मी तो रोज़ मुझे चाय-नाश्ता कराती है, आज मैं घर जल्दी पहुँचकर उसे चाय बनाकर पिलाऊँ।"
ऊपर के वाक्य को पढ़ो और बताओ कि–
(क) क्या तुम चाय बनाना जानते हो? और क्या-क्या बनाना जानते हो?
(ख) अगर तुम अपने खाने-पीने की कोई भी चीज़ बनाना नहीं जानते तो तुम्हें जो चीज़ सबसे अधिक पसंद हो, उसको बनाना सीखो और उसकी विधि को लिखकर बताओ।
"जब संगीत की स्वर लहरी गूँजती है तो पशु-पक्षी तक मुग्ध हो जाते हैं, शायर साहब! आप क्या समझते हैं संगीत को?" इस संवाद को पढ़ो और बाताओ कि–
(क) कहानी में इसके बदले किसने, क्यों और क्या बोला? तुम उसको लिखकर बताओ।
(ख) कहानी में शायर के बदले गाजर कहने से क्या हुआ? तुम भी अगर किसी शब्द के बदले किसी अन्य शब्द का प्रयोग कर दो तो क्या होगा?
इस कहानी का शीर्षक 'नाटक में नाटक' है। कहानी में जो नाटक है तुम उसका शीर्षक बताओ।
"सोहन बना था शायर।"
तुम किसी गज़ल को किसी पुस्तक में पढ़ सकते हो या किसी व्यक्ति द्वारा गाते हुए सुन सकते हो। इसमें से तुम्हें जो भी पसंद हो उसे इकट्ठा करो। उसे तुम समुचित अवसर पर आवश्यकतानुसार गा भी सकते हो।
(क) बूढ़ी अम्मा ने वर्षा न होने का क्या कारण बताया था?
(ख) क्या तुम बूढ़ी अम्मा की बात से सहमत होते? अपने उत्तर का कारण भी बताओ।
(क) अगर नरेंद्र के पास फ़ीस के पैसे न होते?
(ख) अगर नरेंद्र अजय की यह बात मान लेता कि इस आदमी से लाली पॉप लेना बिल्कुल ठीक नहीं?
(ग) अगर अजय तीसरे लड़के की यह बात मान लेता कि "अरे तू घर जा नरेंद्र को जानता नहीं?"
(घ) अगर नरेंद्र की मुलाकात छुट्टी के बाद अजय से नहीं होती?
(क) नरेंद्र के सारे पैसे क्यों खत्म हो गए?
(ख) अजय ने नरेंद्र को क्या और क्यों समझाया?
(ग) अजय के अन्य दोस्तों ने नरेंद्र के बारे में क्या कहा और क्यों?
(क) लोककथा में गोमा बिना खेत जोते अपने बैलों को हाँहकर घर की ओर क्यों चल पड़ा?
(ख) गोमा को पेड़ के नीचे बैठा देखकर बूढ़ी अम्मा ने उससे क्या कहा?
(ग) गोमा ने अपने खेतों को क्यों जोता?
कवि अपनी कल्पना से शब्दों के हेर-फेर द्वारा कुछ चीज़ों के बारे में ऐसी बातें कह देता है, जिसे पढ़कर बहुत अच्छा लगता है। तुम भी अपनी कल्पना से किसी चीज़ के बारे में जैसी भी बात बताना चाहो, बता सकते हो। हाँ, ध्यान रहे कि उन बातों से किसी को कोई नुकसान न हो। शब्दों के फेर-बदल में तुम पूरी तरह से स्वतंत्र हो।
कहानी में से चुनकर कुछ संवाद नीचे दिए गए हैं। उन संवादों को अभिनय के साथ बोलकर दिखाओ।
(क) चित्रकार महोदय हाथ में कूची पकड़े-आँखें नचा-नचाकर, मटक-मटककर बोल रहे थे, "अरे चमगादड़, तुझे क्या खाक शायरी करना आता है। ज़बरदस्ती ही तुझे यह पार्ट दे दिया। तूने सारा गड़बड़ कर दिया।"
(ख) मोहन बोला, "मेरा तो दिल बहुत ज़ोरों से धड़क रहा है।"
(ग) राकेश पहुँचते ही एक कुर्सी पर बैठते हुए बोला, "बोला, "आज मुझे अस्पताल में हाथ पर पट्टी बँधवाने में देर हो गई, तो तुमने इस तरह 'रिहर्सल' की है। ज़ोर-ज़ोर से लड़ने लगे।"
(घ) चित्रकार महोदय ने हाथ उठाकर कहा, "देख, मुँह सँभालकर बोल।"