Welcome to the NCERT Solutions for Class 9 Hindi - Sparsh. This page offers chapter-wise solutions designed to help students grasp key concepts easily. With detailed answers and explanations for each chapter, students can strengthen their understanding and prepare confidently for exams. Ideal for CBSE and other board students, this resource will simplify your study experience.
- Chapter 1 Duhkh Ka Adhikaar
- Chapter 2 Everest: Meri Shikhar Yatra
- Chapter 3 Tum Kab Jaoge Atithi
- Chapter 4 Vaigyaanik Chetana Ke Vaahak Chandrashekhar Venkat Raman
- Chapter 5 Dharam Ki Aad
- Chapter 6 Shukrataare Ke Saamaan
- Chapter 7 Padd
- Chapter 8 Dohe
- Chapter 9 Aadminaama
- Chapter 10 Ek Phool Ki Chaah
- Chapter 11 Geet Ageet
- Chapter 12 Agni Path
- Chapter 13 Nae Ilaake Mein – Khusbu Rachate Hain haath
Popular Questions of Class 9 Hindi - Sparsh
- Q:-
1. रामन् भावुक प्रकृति प्रेमी के अलावा और क्या थे?
2. समुद्र को देखकर रामन् के मन में कौन-सी जिज्ञासाएँ उठीं?
3. रामन् के पिता ने उनमें किन विषयों की सशक्त नींव डाली?
4. वाद्ययंत्रों की ध्वनियों के अध्ययन के द्वारा रामन् क्या करना चाहते थे?
5. सरकारी नौकरी छोड़ने के पीछे रामन् की क्या भावना थी?
6. रामन् प्रभाव’ की खोज के पीछे कौन-सा सवाल हिलोरें ले रहा था?
7. प्रकाश तरंगों के बारे में आइंस्टाइन ने क्या बताया?
8. रामन् की खोज ने किन अध्ययनों को सहज बनाया?
- Q:-
(क) टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।
(ख) सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय।
(ग) रहिमन मूलहिं सचिबो, फूलै फलै अघाय।
(घ) दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं।
(ङ) नाद :रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत
(च) जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि।
(छ) पानी गए न ऊबरै, मोती, मानुष, चून। - Q:-
(क) त न थमगा कभी त न मडगा कभी
(ख) चल रहा मनषय ह। अशर-सवद-रकत स लथपथ, लथपथ, लथपथ
- Q:-
लेखिका ने तेनजिंग को अपना परिचय किस तरह दिया?
- Q:-
(क) प्रेम का धागा टूटने पर पहले की भाँति क्यों नहीं हो पाता?
(ख) हमें अपना दुख दूसरों पर क्यों नहीं प्रकट करना चाहिए? अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर उनका व्यवहार कैसा हो जाता है?
(ग) रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य क्यों कहा है?
(घ) एक को साधने से सब कैसे सध जाता है?
(ङ) जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी क्यों नहीं कर पाता?
(च) अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा?
(छ) “नट’ किस कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है?
(ज) “मोती, मानुष, चून’ के संदर्भ में पानी के महत्व को स्पष्ट कीजिए। - Q:-
लेखक ने बुढ़िया के दुख का अंदाज़ा कैसे लगाया?
- Q:-
(क) अपने पतझर के सपनों का मैं भी जग को गीत सुनाता
(ख) गाता शुक जब किरण वसंती छूती अंग पर्ण से छनकर
(ग) हुई न क्यों मैं कड़ी गीत की बिधना यों मन में गुनती है।
- Q:-
हिमपात किस तरह होता है और उससे क्या-क्या परिवर्तन आते हैं?
- Q:-
उस स्त्री को देखकर लेखक को कैसा लगा?
- Q:-
इनके लिए बेटा-बेटी, खसम-लुगाई, धर्म-ईमान सब रोटी का टुकड़ा है।
Recently Viewed Questions of Class 9 Hindi - Sparsh
- Q:-
जैसे वायु की लहरें कटी हुई पतंग को सहसा भूमि पर नहीं गिर जाने देतीं, उसी तरह खास परिस्थितियों में हमारी पोशाक हमें झुक सकने से रोके रहती है।
- Q:-
पोशाक हमारे लिए कब बंधन और अड़चन बन जाती है?
- Q:-
नीचे लिखी पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए-
(क) जाकी अँग-अँग बास समानी
(ख) जैसे चितवत चंद चकोरा
(ग) जाकी जोति बरै दिन राती
(घ) ऐसी लाल तुझ बिनु कउनु करै
(ङ) नीचहु ऊच करै मेरा गोबिंदु काहू ते न डरै - Q:-
बुढ़िया को कोई भी क्यों उधार नहीं देता?
- Q:-
लेखिका की सफलता पर कर्नल खुल्लर ने उसे किन शब्दों में बधाई दी?
- Q:-
(क) कवि ने ‘अग्नि पथ’ किसके प्रतीक स्वरूप प्रयोग किया है?
(ख) ‘माँग मत’, ‘कर शपथ’, ‘लथपथ’ इन शब्दों का बार-बार प्रयोग कर कवि क्या कहना चाहता है?
(ग) “एक पत्र-छाँह भी माँग मत’ इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।
- Q:-
1. अपना परिचय उनके ‘पीर-बावर्ची-भिश्ती-खर’ के रूप में देने में वे गौरवान्वित महसूस करते थे।’
2. इस पेशे में आमतौर पर स्याह को सफेद और सफ़द को स्याह करना होता था।
3. देश और दुनिया को मुग्ध करके शुक्रतारे की तरह ही अचानक अस्त हो गए।
4. उन पत्रों को देख-देखकर दिल्ली और शिमला में बैठे वाइसराय लंबी साँस-उसाँस लेते रहते थे।
- Q:-
लोपसंगा ने तंबू का रास्ता कैसे साफ़ किया?
- Q:-
नज़दीक से एवरेस्ट को देखकर लेखिका को कैसा लगा?
- Q:-
एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए कुल कितने कैंप बनाए गए? उनका वर्णन कीजिए।