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Q1 गवरइया और गवरा के बीच किस बात पर बहस हुई और गवरइया को अपनी इच्छा पूरी करने का अवसर कैसे मिला
Ans: गवरइया और गवरा के बीच आदमी के वस्त्र पहनने को लेकर बहस हुई थी गवरइया वस्त्र पहनने के पक्ष में है तथा गवरा का कहना है कि कपड़ा पहन लेने के बाद आदमी और बदसूरत लगने लगता था कपड़े पहन लेने के बाद आदमी की कुदरती खूबसूरती ढँक जाती थी I
Q2 गवरइया और गवरे की बहस के तर्को को एकत्र करें और उन्हें संवाद के रूप में लिखें।
Ans: टोपी बनवाने के लिए गवरइया धुनिया बुनकर और दर्जी के पास गया था धुनिया के पास रुई धुनवा कर वह उसे लेकर कोरी के पास जा पहुची थी उसे कोरी से कतवा लिया था कपड़े को लेकर दर्जी के पास गया था I
Q3 टोपी बनवाने के लिए गवरइया किस-किसके पास गई? टोपी बनने तक के एक-एक कार्य को लिखें।
Ans: गवरइया की टोपी पर दर्जी ने पाँच फुदने लगाए थे क्योकि दर्जी को वाजिब मजदूरी मिली है जिससे वह खुश है दर्जी राजा और उसके सेवको के कपड़े सिलता है जो उसे बेगारकरवाते है I
Q4 गवरइया की टोपी पर दर्जी ने पाँच हुँदने क्यों जड़ दिए?
Ans: सफलता के लिए उत्साह आवश्यक था कहा भी गया था कि मन के हारे हार थी मन के जीते जीत उत्साह से ही हमारे मन में किसी भी कार्य के प्रति जागरूकता उत्पन्न होती थी यदिहम किसी भी कार्य को बेगान से करेगे तो निश्चय ही हमे उस कार्य में पूर्णतया सफलता नही मिलती थी I