-
Q1 पढ़ो और बोलो
गुस्सा शरण धैर्यपूर्वक टूट जाना एक बार
भगवान बुद्ध घृणा शिष्प मुस्कराकर जुड़
जाना दुबारा सतना धैर्य स्वागत इसलिए
निर्दयी डाकू अंगुलियों की माला बिना डरे समझ जाना
Ans: ऊपर दिए गए शब्दों को हम इस प्रकार बोलेंगे
गुस्सा शरण धैर्यपूर्वक टूट जाना एक बार
भगवान बुद्ध घृणा शिष्प मुस्कराकर जुड़
जाना दुबारा सतना धैर्य स्वागत इसलिए
निर्दयी डाकू अंगुलियों की माला बिना डरे समझ जाना
Q2 नमूने के अनुसार वाक्य बदलो।
1.पहले राघवन फुटबॉल खेलता था।
2. पहले सुष्मा गाना सीखती थी।
3. पहले वे चाय पीते थे।
4. पहले हम गाँव के विद्यालय में पढ़ते थे।
Ans: 1. राघवन अब क्रिकेट खेलता है I
2. सुषमा अब नृत्य सीखती है I
3. अब वे दूध पीते है I
4. अब जवाहर नवोदय विदयालय में पढ़ते है IQ3 कोष्टक में दी गई क्रियाओं से नमूने के अनुसार वाक्य पूरा करो।
(हो गया/हो गई, बैठ गया/बैठ गए, रह गया/रह गए/रह गई)
1.मेरा काम पूरा
2. तुम देर से आये, चाय खत्म
3. नौकर रास्ते में ही
4. सभी विद्यार्थी अपनी-अपनी सीट पर
5. अंजना खुश
Ans: 1. मेरा काम पूरा हो गया I
2. तुम देर से आए चाय खतम हो गई I
3. नोकर रास्ते में ही रह गया I
4. सभी विद्यार्थी अपनी – अपनी सीट पर बेठ गए I
5. अंजना खुश हो गई IQ4 नमूने के अनुसार वाक्य बदलो।
(क) नमूना
1.रमेश पतंग उड़ाता है।
2. मैं हिंदी सीखता हूँ।
3. हम मिठाई खाते हैं।
(ख) नमूना
1. मैं चित्र बनाता हूँ।
2. वह कपड़े धोता है।
3. सलमा चित्र बनाती है।
(ग) नमूना
1. श्रीनिवास रोज सात बजे स्कूल जाता है।
2. अख़बार रोज सुबह ग्यारह बजे आ जाता है।
3. सुनीता रोज सुबह नहाती है।
Ans: क. 1. रमेश ने पतंग उड़ाई I
2. मैने हिन्दी सीखी I
3. हमने मिठाई खाई Iख :
1. मैने चित्र बनाया I
2. उसने कपड़े धोए I
3. सलमा ने चित्र बनाया Iग :
1. श्रीनिवास आज से छ: बजे स्कूल जाएगा I
2. अखबार आज बारह बजे आएगा I
3. सुनीता आज शाम को नहाएगी IQ5 प्रश्नों के उत्तर दो।
1. अंगुलिमाल कौन था?
2. डाकू को अंगुलिमाल क्यों कहते थे?
3. अंगुलिमाल को गुस्सा क्यों आया?
4. भगवान बुद्ध ने अंगुलिमाल का स्वागत कैसे किया?
5. भगवान बुद्ध ने अंगुलिमाल से क्या तोड़ कर लाने को कहा?
Ans: 1. अगुलिमाल एक डाकू था I
2.डाकू को अगुलिमाल इसलिए कहते थे क्योकि वह जिसको भी मारता था उसकी अगुलियो को काटकर अपनी माला में डाल लेता था I
3. महात्मा बुद्ध ने मुसकुराकर उसका स्वागत किया जिसे देखकर अगुलीमाल को गुस्सा आ गया I
4. भगवान बुद्ध ने धेर्यपूर्वक मुस्कुराकर अगुलिमाल स्वागत किया I
5. भगवान बुद्ध ने अगुलिमाल पेड़ की चार पत्तिया तोड़ लाने के लिए कहा I