Welcome to the NCERT Solutions for Class 10 Hindi - Sparsh. This page offers chapter-wise solutions designed to help students grasp key concepts easily. With detailed answers and explanations for each chapter, students can strengthen their understanding and prepare confidently for exams. Ideal for CBSE and other board students, this resource will simplify your study experience.
- Chapter 1 Saakhee
- Chapter 2 Meera Ke Pad
- Chapter 3 Bihari Ke Dohe
- Chapter 4 Manushyata
- Chapter 5 Parvat Pradesh Mein Paavas
- Chapter 6 Madhur – Madhur Mere Deepak Jal
- Chapter 7 Tope
- Chapter 8 Kar Chale Hum Fida
- Chapter 9 Aatamtaraan
- Chapter 10 Bade Bhai Sahab
- Chapter 11 Diary Ka Ek Panna
- Chapter 12 Tataanra – Vaameero Katha
- Chapter 13 Tesari Kasam Ke Shilpakaar Shailendr
- Chapter 14 Giragit
- Chapter 15 Ab Kahaan Doosare Ke Dukh Se Dukhee Hone Vaale
- Chapter 16 Patajhad Mein Tootee Pattiyaan; Ginnee Ka Sona; Jhen Kee Den
- Chapter 17 Karatoos
Popular Questions of Class 10 Hindi - Sparsh
- Q:-
(ख) निम्नलिखित पंक्तियों का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
1. हरि आप हरो जन री भीर ।
द्रोपदी री लाज राखी, आप बढ़ायो चीर।
भगत कारण रूप नरहरि, धर्योो आप सरीर।2. बूढ़तो गजराज राख्यो, काटी कुण्जर पीर ।
दासी मीराँ लाल गिरधर, हरो म्हारी भीर ।3. चाकरी में दरसण पास्यूँ, सुमरण पास्यूँ खरची ।
भाव भगती जागीरी पास्यूँ, तीनू बाताँ सरसी । - Q:-
(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
1. बड़े भाई की डाँट-फटकार अगर न मिलती, तो क्या छोटा भाई कक्षा में अव्वल आता? अपने विचार प्रकट कीजिए।
2. इस पाठ में लेखक ने समूची शिक्षा के किन तौर-तरीकों पर व्यंग्य किया है? क्या आप उनके विचार से सहमत हैं?
3. बड़े भाई साहब के अनुसार जीवन की समझ कैसे आती है?
4. छोटे भाई के मन में बड़े भाई साहब के प्रति श्रद्धा क्यों उत्पन्न हुई?
5. बड़े भाई की स्वभावगत विशेषताएँ बताइए?
6. बड़े भाई साहब ने जिंदगी के अनुभव और किताबी ज्ञान में से किसे और क्यों महत्त्वपूर्ण कहा है?
7. बताइए पाठ के किन अंशों से पता चलता है कि-
- छोटा भाई अपने भाई साहब का आदर करता है।
- भाई साहब को जिंदगी का अच्छा अनुभव है।
- भाई साहब के भीतर भी एक बच्चा है।
- भाई साहब छोटे भाई का भला चाहते हैं।
- Q:-
(ख) निम्नलिखित पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए-
1.सहानुभूति चाहिए, महाविभूति है यही;
वशीकृता सदैव है बनी हुई स्वयं मही।
विरुद्धवाद बुद्ध का दया-प्रवाह में बहा,
विनीत लोकवर्ग क्या न सामने झुका रहा?2. रहो न भूल के कभी मदांध तुच्छ वित्त में,
सनाथ जान आपको करो न गर्व चित्त में।
अनाथ कौन है यहाँ? त्रिलोकनाथ साथ हैं,
दयालु दीनबंधु के बड़े विशाल हाथ हैं।3. चलो अभीष्ट मार्ग में सहर्ष खेलते हुए,
विपत्ति, विघ्न जो पड़े उन्हें ढकेलते हुए।
घटे न हेलमेल हाँ, बढ़े न भिन्नता कभी,
अतर्क एक पंथ के सतर्क पंथ हों सभी। - Q:-
अपने जीवन की किसी ऐसी घटना का उल्लेख कीजिए जब
- शुद्ध आदर्श से आपको हानि-लाभ हुआ हो।
- शुद्ध आदर्श में व्यावहारिकता का पुट देने से लाभ हुआ हो।
- Q:-
फ़िल्म निर्माता के रूप में शैलेंद्र की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
- Q:-
फ़िल्मों में त्रासद स्थितियों का चित्रांकन ग्लोरिफाई क्यों कर दिया जाता है?
- Q:-
क्या कवि की यह प्रार्थना आपको अन्य प्रार्थना गीतों से अलग लगती है? यदि हाँ, तो कैसे?
- Q:-
आत्मत्राण’ शीर्षक की सार्थकता कविता के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए।
- Q:-
अपने स्वभाव को निर्मल रखने के लिए कबीर ने क्या उपाय सुझाया है?
- Q:-
कविता में तोप को दो बार चमकाने की बात की गई है। ये दो अवसर कौन-से होंगे?
Recently Viewed Questions of Class 10 Hindi - Sparsh
- Q:-
कवि सहायक के न मिलने पर क्या प्रार्थना करता है?
- Q:-
समुद्र के गुस्से की क्या वजह थी? उसने अपना गुस्सा कैसे निकाला?
- Q:-
गीत में ऐसी क्या खास बात होती है कि वे जीवन भर याद रह जाते हैं?
- Q:-
डेरा डालने से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- Q:-
अपने जीवन की किसी ऐसी घटना का उल्लेख कीजिए जब
- शुद्ध आदर्श से आपको हानि-लाभ हुआ हो।
- शुद्ध आदर्श में व्यावहारिकता का पुट देने से लाभ हुआ हो।
- Q:-
(ख) निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
1.मनौ नीलमनि-सैल पर आतपु पर्यो प्रभात।
2. जगतु तपोबन सौ कियौ दीरघ-दाघ निदाघ।
3. जपमाला, छापैं, तिलक सरै न एकौ कामु ।
मन-काँचै नाचै बृथा, साँचै राँचै रामु ।। - Q:-
कवि ने इस कविता में किस काफ़िले को आगे बढ़ाते रहने की बात कही है?
- Q:-
‘ऐकै अषिर पीव का, पढ़े सु पंडित होइ’–इस पंक्ति द्वारा कवि क्या कहना चाहता है?
- Q:-
(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
1.कवि ने कैसी मृत्यु को सुमृत्यु कहा है?
2. उदार व्यक्ति की पहचान कैसे हो सकती है?
3. कवि ने दधीचि, कर्ण आदि महान व्यक्तियों का उदाहरण देकर ‘मनुष्यता’ के लिए क्या संदेश दिया है?
4. कवि ने किन पंक्तियों में यह व्यक्त किया है कि हमें गर्व-रहित जीवन व्यतीत करना चाहिए?
5. ‘मनुष्य मात्र बंधु है’ से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
6. कवि ने सबको एक होकर चलने की प्रेरणा क्यों दी है?
7. व्यक्ति को किस प्रकार का जीवन व्यतीत करना चाहिए? इस कविता के आधार पर लिखिए।
8. मनुष्यता’ कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहता है?
- Q:-
(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
1.प्रस्तुत कविता में ‘दीपक’ और ‘प्रियतम’ किसके प्रतीक हैं?
2. दीपक से किस बात का आग्रह किया जा रहा है और क्यों ?
3. ‘विश्व-शलभ’ दीपक के साथ क्यों जल जाना चाहता है?
4. आपकी दृष्टि में ‘मधुर मधुर मेरे दीपक जल’ कविता का सौंदर्य इनमें से किस पर निर्भर है-
(क) शब्दों की आवृत्ति पर।
(ख) सफल बिंब अंकन पर।5. कवयित्री किसका पथ आलोकित करना चाह रही है?
6. कवयित्री को आकाश के तारे स्नेहहीन से क्यों प्रतीत हो रहे हैं?
7. पतंगा अपने क्षोभ को किस प्रकार व्यक्त कर रहा है?
8. कवयित्री ने दीपक को हर बार अलग-अलग तरह से ‘मधुर मधुर, पुलक-पुलक, सिहर-सिहर और विहँस-विहँस’ जलने को क्यों कहा है? स्पष्ट कीजिए।
9. नीचे दी गई काव्य-पंक्तियों को पढ़िए और प्रश्नों का उत्तर दीजिए-
जलते नभ में देख असंख्यक,
स्नेहहीन नित कितने दीपक;
जलमय सागर का उर जलता,
विद्युत ले घिरता है बादल !
विहँस विहँस मेरे दीपक जल !- ‘स्नेहहीन दीपक’ से क्या तात्पर्य है?
- सागर को ‘जलमय’ कहने का क्या अभिप्राय है और उसका हृदय क्यों जलता है?
- बादलों की क्या विशेषता बताई गई है?
- कवयित्री दीपक को ‘विहँस विहँस’ जलने के लिए क्यों कह रही हैं?